पटना, नरेंद्र झा
बिहार में लगातार पत्रकारों के साथ हो रहे उत्पीड़न, उनकी हत्या एवं पत्रकारों को झूठे मुकदमे में फंसाने की घटनाओं से मर्माहत भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ ने पटना में जोरदार ढंग से विरोध में धरना दिया है।संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य सागर सूरज ने बताया कि बिहार में पत्रकार भयभीत हो गए हैं। सच्चाई लिखने या दिखाने पर पत्रकार ब्यूरोक्रेट्स के भी कोपभाजन के शिकार हो रहे हैं तो दूसरी तरफ माफियाओं एवं अपराधी तत्वों के भी निशाने पर हैं। प्रदेश की सरकार इन मुद्दों पर गंभीर नहीं है,यही कारण है कि अररिया में एक पत्रकार को घर पर जाकर केवल इसलिए गोली मारकर हत्या कर दी गई थी कि वह अपने भाई की हत्या मामले में गवाही देने वाले थे। प्रशासन या शासन संवेदनशील होती तो यह घटना नहीं हुई होती।
उन्होंने ने यह भी कहा कि बिहार के तमाम जिलों में पत्रकार प्रताड़ित किए जा रहे हैं। कहीं पुलिस तो कहीं माफिया गिरोह सभी पत्रकारों को ही धमकाने में जुटें हैं।ऐसी स्थिति में संघ ने यह निर्णय लिया कि पत्रकारों पर हो रहे हमलों के विरुद्ध एकजुट होकर सरकार के खिलाफ प्रतिकार किया जाए।इसी को लेकर विशाल धरना का आयोजन किया गया जिसमें बिहार के सभी जिलों के प्रतिनिधि शामिल रहें हैं। उन्होंने ने कहा कि यह एक प्रतीकात्मक विरोध है, इसके बाद सरकार के खिलाफ निर्णायक लड़ाई की तैयारी होगी।