मिडडे, मुंबई। चीन के साइबर अपराधी पाकिस्तान के कॉल सेंटरों से लोन एप के जरिये धोखाधड़ी को अंजाम दे रहे हैं। साइबर सेल ने हालिया लोन एप मामलों से जुड़े कई आईपी एड्रेस को ट्रैक करने का दावा किया है।
धोखाधड़ी से संबंधित अधिकांश कॉल अब पाकिस्तान से आ रही हैं, जबकि पहले धोखाधड़ी को नेपाल से संचालित किया जा रहा था। गौरतलब है कि मिडडे में खबरें छपने के बाद नेपाल पुलिस ने अवैध कॉल सेंटरों के पूरे नेटवर्क को नष्ट कर दिया था। इसके बाद साइबर अपराधी पाकिस्तान से धोखाधड़ी को अंजाम देने लगे।
नागरिकों के डाटा का किया जा रहा दुरुपयोग
अधिकारी लोन एप पर अंकुश लगाने के लिए विभिन्न एजेंसियों के साथ सहयोग कर रहे हैं। अधिकारियों को पता लगा कि डार्क नेट के जरिये भारत के नागरिकों के डाटा का दुरुपयोग किया जा रहा है। डार्कनेट इंटरनेट पर ऐसी वेबसाइटें होती हैं जिन्हें आमतौर पर सर्च इंजनों पर ब्राउज नहीं किया जा सकता। इनका इस्तेमाल अवैध गतिविधियों के लिए किया जाता है। कुछ भारतीयों को कोई ऋण न लेने के बावजूद संदेश और छेड़छाड़ की गई तस्वीरें मिली हैं।
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अब तक 54 लोन एप के मामले दर्ज
मुंबई पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी से अक्टूबर तक 54 लोन एप के मामले दर्ज किए गए, जिनमें से केवल 11 मामलों का पता चला और 11 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया।
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