गंभीर आर्थिक और राजनीतिक संकट से गुजर रहे श्रीलंका में कोहराम मचा हुआ है। सोमवार (10 मई, 2022) को पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के इस्तीफे के बाद से देशभर में सड़कों पर प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रधानमंत्री के इस्तीफे के कुछ घंटे बाद गुस्साई भीड़ ने मेदामुलाना, हंबनटोटा में राजपक्षे के परिवार के पैतृक घर को आग लगा दी। इतना ही नहीं प्रदर्शनकारियों ने कई नेताओं के घरों को भी आग के हवाले कर दिया, जिस पर अमेरिका ने भी प्रतिक्रिया दी है।
अमेरिका ने कहा कि नेताओं के घरों को आग लगाए जाने के बाद वह श्रीलंका में अस्थिर स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक, कर्फ्यू के बावजूद सत्ताधारी पार्टी के शीर्ष नेताओं के कम से कम 41 घरों को आग के हवाले कर दिया गया। उन घरों में खड़ी सैकड़ों मोटरसाइकिलें भी जल गईं। एक मंत्री के जलते घर के सामने खड़े एक अज्ञात व्यक्ति ने एक स्थानीय मीडिया नेटवर्क को बताया, “हमें यह सब पहले करना चाहिए था। हमें खेद है कि ऐसा हमने पहले नहीं किया।”
एनडीटीवी के मुताबिक, पूर्व प्रधानमंत्री और उनके परिवार को एक हेलीकॉप्टर में नौसेना बेस के लिए भेजा गया। उन्होंने कहा कि राजधानी कोलंबो से करीब 270 किलोमीटर दूर नौसैनिक अड्डे के बाहर भी विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। हजारों सरकार विरोधी प्रदर्शनकारी कोलंबो में उनके आधिकारिक आवास में घुस गए।
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