Abortion law Of France: फ्रांस की राजधानी पेरिस (Paris) में रविवार को नारीवादी समूह फीमेन (FEMEN) की 6 महिला कार्यकर्ता टॉपलेस होकर विरोध करती नजर आईं। फीमेन की यह कार्यकर्ता गर्भपात (Abortion) और इच्छामृत्यु के खिलाफ चल रहे एक प्रदर्शन के विरोध में सड़कों पर उतरी थीं। इसके बाद फीमेन कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया और उन्हें हिरासत में भेज दिया गया, फिलहाल उन्हें रिहा कर दिया गया है।
गर्भपात को फ्रांसीसी संविधान में शामिल करने की मांग
फीमेन (FEMEN) ने 22 जनवरी को ‘मार्च फॉर लाइफ’ विरोध का आयोजन किया था। जिसमें उनकी मांग थी की गर्भपात को फ्रांसीसी संविधान में शामिल किया जाए। 1 फरवरी को फ्रांसीसी सीनेट में गर्भपात विधेयक पारित होने की उम्मीद है। बिल को पहले ही फ्रांसीसी विधानसभा द्वारा अप्रूव किया जा चुका है।
गर्भपात के खिलाफ हो रहा था मार्च
फीमेन एक नारीवादी संगठन है। जिसने गर्भपात को को संवेधानिक दर्जा देने की मांग की है। 22 जनवरी को पेरिस शहर में हजारों की तादाद एक बड़ी भीड़ ने गर्भपात और इच्छामृत्यु के खिलाफ मार्च किया था। जब यह मार्च अपने अंतिम पड़ाव पर था तभी फीमेन की कार्यकर्ताओं ने बिना कपड़ों के सड़कों पर उतरकर इसका विरोध शुरू कर दिया। इन कार्यकर्ताओं के हाथ में कुछ पोस्टेर्स थे जिनपर लिखा था “गर्भपात पवित्र है” हालांकि FEMEN की 5 महिला कार्यकर्ताओं को पुलिस ने ने गिरफ्तार कर लिया। इससे जुड़े एक वीडियो में यह कार्यकर्ता पुलिस से बचने का अप्रयास करती नजर आ रही हैं।
1 फरवरी सीनेट में पेश होगा बिल
नवंबर के आखिर में फ्रांस की नेशनल असेंबली ने संविधान में गर्भपात के अधिकार को तय करने के लिए एक विधेयक को अपनाया था। जिसके बाद इस बिल का अब 1 फरवरी 2023 को सीनेट में आने की उम्मीद है। इस बिल का आधार यौन और प्रजनन अधिकारों को संवैधानिक दर्जा हासिल कराना है। फ्रांस के कई महिला संगठनों ने उम्मीद जताई है कि इससे महिला अधिकारों को मजबूती मिलेगी, वहीं फ्रांस में इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी हुए हैं। 22 जनवरी को पेरिस में हुआ बड़ा प्रदर्शन भी इसके खिलाफ था।
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