पप्पलप्रीत, किरणदीप... ISI हैंडलर से खालिस्तानी एजेंडे की साजिश तक... ये हैं अमृतपाल के राइट हैंड

4 1 54
Read Time5 Minute, 17 Second

अमृतपाल सिंह... जिसने अपने केश कटवा दिए, दाढ़ी नहीं रखता था, जो धार्मिक बातों से दूर रहता था, लड़कियों से अश्लील बातें करता था, वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करता था, दुबई में ड्राइवर था... वह अचानक पंजाब लौटता है और छह महीने के भीतर भारत में खालिस्तान की चाहतरखने वालों को अगुआ बन जाता है. दीप सिद्धू की मौत के बाद वारिस पंजाब दे का स्वघोषित जत्थेदार बन बैठा. खुफिया एजेंसी को पता चला है कि अमृतपाल को आईएसआई के इशारे पर भारत में अशांति और आतंक फैलाने के लिए पंजाब भेजा गया है. वह यहां युवाओं का ब्रेनवॉश करने लगा. उन्हें आत्मघाती हमले के लिए उकसाने लगा.खुद की आर्मी तक बना डाली. इन सबके बीच सबसे बड़ा सवाल यह है कि इतने कम समय में वह कैसे कुछ लोगों का लीडर बन गया. उसे लोकल नेटवर्क खड़ा करने में कौन मदद कर रहा था, उसकी फंडिंग कहां से हो रही थी, लोगों के बीच उसे फेमस करने के पीछे किसका माइंड था. आइए जानते हैं अमृतपाल केराइट हैंड की लिस्ट में कौन-कौन था शामिल-

किरणदीप कौर: अमृतपाल ने 10 फरवरी को ब्रिटेन में रहने वाली एनआरआई लड़की किरणदीप कौर से शादी की थी. सूत्रों के मुताबिक कल पुलिस ने अमृतपाल की गतिविधियों के लिए कथित विदेशी फंडिंग के सिलसिले में किरणदीप कौर से पूछताछ की थी. पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि अमृतपाल सिंह ने विदेशी स्रोतों से मिले पैसों को खर्च कर अपने और अपने आदमियों के लिए नई एसयूवी खरीदी. पुलिस को आशंका है कि किरणदीप को अमृतपाल को हो रही विदेशी फंडिंग की जानकारी थी.

अमृतपाल सिंह की पत्नी ने करीब एक घंटे की पूछताछ

दलजीत सिंह कलसी: अमृतसर का रहने वाला कलसी अमृतपाल का फाइनेंसर था. पुलिस की जांच में पता चला है कि वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और अमृतपाल के बीच की कड़ी था. पाकिस्तान के कई देशों में स्थित महावाणिज्य दूतावासों में तैनात अफसरों से संपर्क में था. विदेशों से फंडिग के लिए उसने स्टर्लिंग इंडिया एजेंसी नाम की एक कंपनी बनाई थी. पड़ताल में पता चला कि पिछले दो साल में विदेश से करीब 35 करोड़ रुपये उसने जुटाए थे. इस राशि का बहुत सा हिस्सा उसने अमृतपाल और वारिस पंजाब दे पर खर्च किया था. फिलहाल कलसी को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है.

अमृतपाल का फाइनेंसर माना जाता है कलसी

पप्पलप्रीत सिंह: खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को पुलिस से बचकर भागने में पप्पलप्रीत सिंह ने ही काफी मदद की. इसे अमृतपाल को मेन हैंडलर कहा जा रहा है. अमृतपाल इससे कई मुद्दों पर सलाह लेता था. वह पंजाब में खालिस्तान का माहौल खड़ा करने के लिए आईएसआई के सीधे संपर्क में था और उससे निर्देश रहा था. वह राज्य को आतंकवाद की साजिश कर रहा था. यह भी दावा किया जा रहा है कि पप्पलप्रीत के कहने पर ही अमृतपाल ने कट्टरपंथी सिख उपदेशक से एक साधारण व्यक्ति का रूप लिया और पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया.

पप्पल प्रीत ने अमृतपाल को भगाने में की मदद

भगवंत सिंह: अमृतपाल सिंह के पकड़े गए करीबियों में भगवंत सिंह उर्फ प्रधानमंत्री भी शामिल है. फिलहाल उसे असम की डिब्रूगढ़ जेल में कड़ी निगरानी में रखा गया है. पुलिस के मुताबिक भगवंत को अमृतपाल सिंह का दाहिना हाथ माना जाता है. अजनाला पुलिस स्टेशन पर हुए हमले में भी उसकी बड़ी भूमिका थी. कहा जा रहा है कि भगवंत अमृतपाल के लिए सोशल मीडिया मार्केटिंग और मीडिया कॉर्डिनेटर के तौर पर काम करता था. जब पुलिस उसे पकड़ने के लिए पहुंची तो वह फेसबुक लाइव हो गया था. इस दौरान उसने लोगों को पुलिस के खिलाफ भड़काने की कोशिश की थी. उसने अपने वीडियो में कहा था कि पुलिस मेरे खेत में आ गई है...घेरा बना लिया है. इस वीडियो को ज्यादा से ज्यादा शेयर करो. वह खुद को सोशल मीडिया इन्फ्लुएंशर बताता है. उसके फेसबुक पर करीब 6.11 लाख फॉलोअर हैं. फिलहाल पुलिस ने उसके इंस्टाग्राम, यूट्यूब चैनल को ब्लॉक कर दिया है. पुलिस ने उसे एनएसए के तहत अरेस्ट किया है.

अमृतपाल के लिए मीडिया कॉर्डिनेटर का करता था काम

गुरमीत सिंह बुक्कनवाला: अमृतपाल के फरार होने के बाद पुलिस ने सबसे पहले उसके जिन पांच सबसे करीबी सहयोगियों को अरेस्ट किया था, उनमें एक नाम गुरमीत सिंह बुक्कनवाला का भी नाम शामिल है. पुलिस ने इसे भी एनएसए के तहत गिरफ्तार कर डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में रखा हुआ है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गुरमीत पर आरोप है कि उसनेअमृतपाल के लिए लोकल नेटवर्क खड़ा करने में मदद की थी. इसके अलावा उसे भगाने में भी हर तरह के इंतजाम किए थे.

अमृतपाल के लिए लोकल नेटवर्क खड़ा करने का आरोप

तूफान सिंह: पंजाब के गुरदासपुर का रहने वाला तूफान सिंह असल में अमृतपाल सिंह का करीबी है. वह वारिस पंजाब दे का सक्रिय सदस्य था. ऐसा आरोप है कि लवप्रीत तूफान ने उस व्यक्ति का अपहरण किया है, जिसने अमृतपाल सिंह के खिलाफ टिप्पणी की थी. अमृतपाल ने तूफान सिंह को रिहा कराने के लिए 24 फरवरी को अजनाला थाने पर धावा बोल दिया था.

अजनाला थाने पर लवप्रीत के लिए अमृतपाल ने किया था हमला

हरजीत सिंह: यह अमृतपाल का चाचा है. यह कट्टर खालिस्तान समर्थक नेता है. इसने भी अमृतपाल को भगाने में मदद की थी. अमृतपाल जिस कार से भागा था, वह कार हरजीत ही चला रहा था. हालांकि बाद में इसने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था. हरजीत ने दुबई में ट्रांसपोर्ट बिजनेस शुरू किया था और बाद में वह कनाडा चला गया. वह पिछले महीने ही भारत लौटा था. अमृतपाल दुबई में अपने चाचा के साथ ही काम करता था. ऐसी आशंका है कि हरजीत को अमृतपाल को दुबई से पंजाब भेजने की साजिश की पूरी जानकारी थी और वह भी इस साजिश का हिस्सा है इसीलिए पहले अमृतपाल भारत आया बाद में वह भी लौट आया.

असम की डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में बंद है हरजीत सिंह

\\\"स्वर्णिम
+91 120 4319808|9470846577

स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.

मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Laptops | Up to 40% off

अगली खबर

Punjab News: पंजाब पुलिस का एक और कमाल, मोहाली से आपराधिक गिरोह के तीन गुर्गे अरेस्‍ट; भारी मात्रा में हथियार बरामद

एएनआई, चंडीगढ़। पंजाब पुलिस ने आपराधिक मामलों में लिप्‍त एक गिरोह के तीन गुर्गों को अरेस्‍ट किया है। साथ ही पुलिस ने उनके कब्‍जे से कई हथियार भी बरादम किए हैं। पंजाब पुलिस के अधिक‍ारी ने ही इस बात की जानकारी दी है।

आपके पसंद का न्यूज

Subscribe US Now