कर्नाटक में असेंबली चुनाव ज्यादा दूर नहीं हैं। लेकिन बीजेपी के नेताओं पर जिस तरह से करप्शन के आरोप लग रहे हैं, वो पार्टी को चुनाव में भारी पड़ सकता है। पहले मंत्री ईश्वरप्पा फंसे और अब बीजेपी के विधायक लोकायुक्त पुलिस के लपेटे में आ गए। फिलहाल पुलिस उनके पीछे है और वो अपनी जान बचाने के लिए यहां वहां भाग रहे हैं। रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े गए बेटे को कोर्ट ने 14 दिनों की न्याशयिक हिरासत में भेज दिया है।
बीजेपी विधायक मदल विरूपक्षप्पा का बेटा प्रशांत बेंगलुरु जल बोर्ड में चीफ अकाउंटेंट था। वो फिलहाल स्टेट अकाउंट डिपार्टमेंट में ज्वाइंट कंट्रोलर है। लोकायुक्त पुलिस का आरोप है कि प्रशांत को 40 लाख रुपये रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। उसके बाद घर पर हुई रेड में पुलिस को 8 करोड़ 30 लाख रुपये भी मिले। इस धनराशि में रिश्वत की रकम भी शामिल है। लोकायुक्त पुलिस का आरोप है कि कर्नाटक सोप एंड डिटरजेंट फैक्ट्री (KSDL) को एक ठेका देने की एवज में प्रशांत ने 81 लाख रुपये बतौर रिश्वत मांगे थे।
बीजेपी एमएलए के बेटे समेत 5 रिश्वत लेते पकड़े गए
मामले में श्रेयस कश्यप ने शिकायत दर्ज कराई थी। वो केमिकल कॉरपोरेशन के मालिक हैं। KSDL को केमिकल ऑयल सप्लाई करने को लेकर जनवरी 2023 में उन्होंने टेंडर प्रक्रिया में हिस्सा लिया था। कश्यप का आरोप है कि प्रशांत मदल ने उससे 81 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। शिकायत मिलने के बाद लोकायुक्त पुलिस ने रेड की तो क्रेसंट रोड पर मौजूद एक दफ्तर से प्रशांत समेत पांच लोगों को 40 लाख के साथ अरेस्ट किया गया।
बार एंड बेंच की खबर के मुताबिक लोकायुक्त दफ्तर के एक अधिकारी ने बताया है कि बीजेपी विधायक को मामले में मुख्य आरोपी बनाया गया है जबकि उनके बेटे को दूसरा आरोपी बनाया गया है। बाकी चार लोगों पर PC एक्ट के सेक्शन 8 के तहत केस दर्ज किया गया है। बीजेपी विधायक के बेंगलुरु और चन्नागिरी स्थित घरों पर रेड में 8 करोड़ 30 लाख रुपये बरामद किए गए। उनका कहना है कि विधायक फिलहाल फरार है।
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