बिहार में नीतीश कुमार सरकार पर गुरुवार को केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे जमकर बरसे। उन्होंने कहा, ”ये समाधान नहीं व्यवधान पैदा करने आए थे। ये नीतीश कुमार नहीं ये समस्या कुमार हैं। उन्होंने पटना में अपना मौन प्रदर्शन शुरू करने से पहले कहा, “जनता इनको जवाब देगी। अब तो ये संन्यास लेने जा रहे हैं। ये मुंगेरी लाल के हसीन सपना देख रहे हैं, चले हैं नरेंद्र मोदी से टकराने, विपक्ष एकता को एकजुट करने वाले विपक्ष चारों पउवा चित्त हो जाएगा। नरेंद्र मोदी भारत का बेटा है, गरीब का बेटा है, गरीब के कोख से पैदा हुआ बेटा है। माता की सेवा कर रहा है। भारत माता की सेवा के कारण उन्होंने भारत का विकास किया है। भारत माता की सुरक्षा का पुख्ता विकास किया है।”
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “21वीं सदी का भारत आज विश्व गुरु बनने जा रहा है”
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “आज जी-20 का अध्यक्ष और 21वीं सदी का भारत आज विश्व गुरु बनने जा रहा है। यह वीआईपी कल्चर नहीं चलने वाला है।” कहा, “हम जेपी के सामने संकल्प लिए थे। संपूर्ण क्रांति अब नारा है, भावी इतिहास हमारा है। नीतीश कुमार समस्या कुमार हैं। ये गये थे पिकनिक मनाने।” उन्होंने कहा, “यह डरपोक हैं। डरपोक मुख्यमंत्री, सबसे कमजोर और सबसे डरपोक मुख्यमंत्री चाहता है कि बिहार का विकास न हो। बिहार का सर्वनाश हो।”
नीतीश कुमार की यात्रा के कारण ट्रेन रोकने पर हंगामा
इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की समाधान यात्रा के चलते बुधवार को बक्सर में पैसेंजर ट्रेन को आधे घंटे तक रोके रखे गया। इसको लेकर भारी हंगामा हुआ। भाजपा ने इसका कड़ा विरोध करते हुए उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बक्सर में बुधवार को जब समाधान यात्रा का काफिला गुजरने वाला था, तो पूर्वी इटाढ़ी रेलवे फाटक को खुला रखा गया। इस दौरान ट्रेनों को भी आउटर पर करीब 15 मिनट तक रोक कर रखा गया।
उधर, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को कहा कि राज्य में व्यस्तताओं के कारण वह तेलंगाना के अपने समकक्ष के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) द्वारा आयोजित विपक्षी नेताओं की बैठक में बुलाए जाने पर भी शामिल नहीं हो सकते थे। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के शीर्ष नेता नीतीश कुमार ने हालांकि ‘केसीआर’ की हैदराबाद में आयोजित इस बैठक को गैर-कांग्रेस, गैर.भाजपा मोर्चे के गठन के एक विकल्प के रूप में देखने से इनकार किया और दोहराया कि यदि सभी गैर-राजग दल एकसाथ आएं तो यह राष्ट्रीय हित में होगा। अपनी ‘समाधान यात्रा’ के तहत राज्य के विभिन्न जिलों का दौरा कर रहे नीतीश कुमार ने पटना में आयोजित एक कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान तेलंगाना के केसीआर की सभा में नहीं बुलाये जाने के सवाल पर कहा, ‘‘मुझे नहीं पता है। हम लोग तो दूसरे कामों में लगे हैं।”
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