उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग (North Korean capital Pyongyang) में अधिकारियों ने पांच दिनों के लॉकडाउन (lockdown) की घोषणा की है। बता दें कि वहां एक श्वसन बीमारी के मामले सामने आ रहे हैं, जिसके कारण सरकार ने ये फैसला लिया है। हालांकि अभी तक बीमारी का नाम नहीं पता चला है। सरकारी नोटिस में कोरोना का उल्लेख नहीं किया गया है, लेकिन सभी निवासियों को रविवार तक घरों में रहने के लिए कहा गया है।
उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग में घरों में रहने का आदेश जारी
एनके न्यूज़ (Seoul-based NK News) की रिपोर्ट के अनुसार सरकारी नोटिस में कहा गया कि राजधानी के निवासियों को प्रत्येक दिन में कई बार तापमान जांच करना होगा और रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी । मंगलवार को वेबसाइट में बताया कि प्योंगयांग के निवासी (Pyongyang residents) सख्त लॉक डाउन के डर से सामानों का स्टॉक करते दिखाई दे रहे हैं। यह स्पष्ट नहीं है कि देश के अन्य क्षेत्रों ने नए लॉकडाउन लगाए हैं या नहीं।
उत्तर कोरिया (North Korea) ने पिछले साल अपने पहले COVID-19 प्रकोप को स्वीकार किया था, लेकिन अगस्त तक वायरस पर जीत की भी घोषणा कर दी थी। इस देश ने कभी पुष्टि नहीं की कि कितने लोगों को कोरोना हुआ या मृत्यु हुई।
इसके बजाय उत्तर कोरिया ने बुखार के रोगियों की दैनिक संख्या की सूचना दी, जो लगभग 25 मिलियन की आबादी में 4.77 मिलियन की थी। लेकिन नार्थ कोरिया ने 29 जुलाई के बाद ऐसे मामलों की भी सूचना नहीं दी है। देश की मीडिया (State media) ने फ्लू सहित सांस की बीमारियों से लड़ने के लिए महामारी-विरोधी उपायों पर रिपोर्ट करना जारी रखा है।
मंगलवार को उत्तर कोरिया की समाचार एजेंसी केसीएनए (KCNA) ने बताया कि दक्षिण कोरिया (South Korea) की सीमा के पास केसोंग शहर में सार्वजनिक संचार अभियानों को तेज कर दिया गया है। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि सभी कामकाजी लोग स्वेच्छा से अपने काम और जीवन में महामारी विरोधी नियमों का पालन करें।
दक्षिण कोरिया के साथ हैं मतभेद
बता दें कि उत्तर कोरिया का उसके पड़ोसी देश दक्षिण कोरिया के साथ तनाव भी चलता रहता है। दक्षिण कोरिया ने 26 दिसंबर को आरोप लगाया था कि उत्तर कोरिया के तानाशाह नेता किम जोंग उन (Dictator Kim Jong Un) ने उसकी सीमा के पार “कई” ड्रोन (Drone) भेजा था।
+91 120 4319808|9470846577
स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.