Disadvantages of Momos: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों को हर चीज की जल्दी होती है। काम हो या खाना, सब कुछ सुपर फास्ट लगता है। लोगों के खान-पान में भी बदलाव आया है। फास्ट फूड लोगों की दैनिक आदतों का हिस्सा बन गया है क्योंकि ज्यादातर समय काम के सिलसिले में घर से बाहर बीतता है। इसलिए भारतीय पिज्जा, बर्गर, नूडल्स जैसे कई खाने की चीजों पर जोर देते नजर आते हैं। मोमोज को हाल ही में फास्ट फूड की सूची में शामिल किया गया है और यह कई लोगों का पसंदीदा भोजन बन गया है। लेकिन इन मोमोज को खाने से आपकी सेहत पर कुछ नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकते हैं।
बच्चों से लेकर बूढ़ों तक सभी को मोमोज खाना बहुत पसंद होता है। लेकिन वही मोमोज आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकते हैं। सिर्फ मोमोज ही नहीं बल्कि इसके साथ आने वाली चटनी भी हमारी सेहत को काफी नुकसान पहुंचा सकती है।
पेट का घेरा बढ़ सकता है, कोलेस्ट्रॉल बढ़ेगा
मोमोज में मैदा का इस्तेमाल किया जाता है। मोमोज के आटे को खाने में मुलायम बनाने के लिए उसमें काफी मात्रा में स्टार्च का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन इस स्टार्च की वजह से आपके पेट का घेरा बढ़ने की काफी संभावना रहती है। इसके साथ ही मोमोज खाने से हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल और ब्लड ट्राइग्लिसराइड यानी खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है। यह आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है।
पैंक्रियाज के लिए हानिकारक
मोमोज को मुलायम बनाने के लिए इसके आटे में एजोडीकार्बोनामाइड और बेजॉयल पेरोक्साइड का इस्तेमाल किया जाता है। ये दोनों ही पदार्थ हमारे शरीर के लिए बेहद खतरनाक हैं। ये आपके अग्न्याशय के लिए बहुत हानिकारक हैं।
अनहेल्दी फूड्स का सेवन
मोमोज के अंदर सब्जियों और चिकन का इस्तेमाल किया जाता है। फिर वो मोमोज ज्यादा देर तक रखने पर खराब हो सकते हैं। इसका सेवन आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। चिकन में मौजूद ईकोली बैक्टीरिया हमारे शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है।
तीखी चटनी सेहत के लिए हानिकारक होती है
कई लोग मोमोज के साथ चटपटी चटनी खाना पसंद करते हैं। लेकिन यह तीखी चटनी आपकी सेहत के लिए बहुत हानिकारक हो सकती है। इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से बवासीर हो सकता है। हेल्थ लाइन के मुताबिक लाल मिर्च पाइल्स का कारण बन सकती है।
मधुमेह के खतरे को बढ़ा सकता है
मोमोज में इस्तेमाल होने वाले एजोडाइकार्बोनामाइड और बेजॉयल पेरोक्साइड हमारे शरीर के अग्न्याशय को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए इंसुलिन हार्मोन का स्राव ठीक से नहीं हो पाता है। नतीजतन, मधुमेह का खतरा बढ़ सकता है। अधिक मोमोज खाने से मधुमेह का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
कितनी मात्रा में खाना चाहिए मोमोज ?
अगर आप डाइट में पर्याप्त मात्रा में फाइबर युक्त भोजन ले रहे हैं तो कभी-कभार जंक फूड खा सकते हैं लेकिन अगर आप हफ्ते में कम से कम 3 बार मोमोज का सेवन कर रहे हैं तो इसे तुरंत बंद कर देना चाहिए। मोमोज खाना ही है तो घर पर ही बनाएं और मैदे की जगह गेहूं के आटे और ताजी सब्जियों का इस्तेमाल करें।
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