15 हजार की सैलरी, 10 हजार रिश्वत, घर में मिले 30 करोड़... झारखंड कैशकांड और मंत्री के कनेक्शन की Inside Story

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रांची में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने झारखंड सरकार में मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव के नौकर के यहां छापेमारी के बाद भारी संख्या में कैश बरामद किया है. शुरुआती जानकारी के अनुसार, नौकर के यहां से ईडी को करीब 20-30 करोड़ रुपये कैश मिला है. मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले की जांच के दौरान आलमगीर आलम का नाम सामने आया था.

ईडी को जानकारी मिली थी कि आलमगीर आलम के मंत्रालय में भ्रष्टाचार चल रहा था और ये पैसा नौकरों के घर पर जा रहा था. उसके बाद मंत्री के निजी सचिव के नौकर के यहां छापेमारी की गई. जब ईडी के अधिकारी वहां पहुंचे तो उन्हें इसका अंदाजा नहीं था कि जिस शख्स को सैलरी के रूप में 15 हजार रुपये मिलते हों, उसके घर से इतना कैश बरामद होगा. हालांकि अब अधिकारियों ने नोट गिनने वाली मशीन और कर्मचारियों को बुलाया है.

10 हजार की रिश्वत का था मामला

ईडी ने बीते साल मई महीने में चीफ इंजीनियर के यहां 10 हजार रुपये की रिश्वत के मामले में छापेमारी की थी. इस दौरान उनका बयान दर्ज किया गया. उन्होंने बताया कि मिनिस्टर के यहां रिश्वत का पैसा पहुंचाया जाता है. उसके बाद झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम का नाम पहली बार सामने आया था. इस जांच के दौरान ही आलमगीर के निजी सचिव संजीव लाल का नाम सामने आया और अब संजीव लाल के घर में काम करने वाले नौकर के यहां ये कैश बरामद हुआ है.

झारखंड में मंत्री के PS के नौकर के घर से मिला नोटों का अंबार, चुनाव के बीच ED के छापे में 30 करोड़ कैश मिलने का अनुमान

निशिकांत दुबे ने कांग्रेस पर साधा निशाना

वहीं इस मामले को लेकर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा है. उन्होंने गोड्डा से कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप यादव पर हमला बोलते हुए कहा, "30 करोड़ रुपए से अधिक और काउंटिंग जारी… आज ED की कार्रवाई में कांग्रेस विधायक दल के नेता और झारखंड सरकार के भ्रष्टाचार शिरोमणि हेमंत सरकार के मंत्री आलमगीर आलम के पर्सनल सेक्रेट्री संजीव लाल के खिलाफ बड़ी कार्रवाई. संजीव लाल के आवास पर ईडी को मिला 30 करोड़ से अधिक कैश. प्रदीप यादव के पार्टी की कहानी…"

कौन हैं आलमगीर आलम?

आलमगीर आलम पाकुड़ विधानसभा से कांग्रेस के चार बार विधायक रहे हैं और अभी झारखंड सरकार में संसदीय कार्य और ग्रामीण विकास मंत्री हैं. इससे पहले आलमगीर आलम 20 अक्टूबर 2006 से 12 दिसंबर 2009 तक झारखंड विधानसभा अध्यक्ष भी रहे थे. आलमगीर ने सरपंच का चुनाव जीतकर राजनीतिक पारी शुरू की थी. साल 2000 में पहली बार वह विधायक बने और तब से लेकर अभी तक 4 बार विधायक बन चुके हैं.

कांग्रेस MP के यहां बरामद हुआ था 350 करोड़ कैश

बता दें कि बीते साल दिसंबर में भी झारखंड में भारी मात्रा में कैश बरामद हुआ था. कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और कारोबारी धीरज साहू के ठिकानों से इनकम टैक्स विभाग ने 350 करोड़ से ज्यादा कैश बरामद किया था. इस पर उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि छापेमारी में जो कैश बरामद किया गया है, वो मेरी शराब की कंपनियों का है. शराब का कारोबार नकदी में ही होता है और इसका कांग्रेस पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है.

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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