स्वर्णिम भारत न्यूज़ संवाददाता, जयपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट ने कहा कि उप मुख्यमंत्री और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए हमारी ही सरकार में मुझ पर देशद्रोह का केस हुआ। इसको सहन करना मुश्किल होता है। उस समय मैं खुलकर बोला कि इसको स्वीकार नहीं किया जा सकता है। बाद में चीजों का समाधान हुआ। हमने विधानसभा और लोकसभा चुनाव में मिलकर मेहनत की।
सचिन बोले- सब भूलकर काम करने की जरूरत
एक बातचीत में पायलट ने कहा कि अब हम विपक्ष में है सब भूलकर काम करने की जरूरत है। किसने क्या छोटा मोटा बोला उसको भूलने की जरूरत है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ कड़वाहट, खींचतान और सियासी उठापटक का कांग्रेस को विधानसभा चुनावों में नुकसान होने के सवाल पर पायलट ने कहा कि पुराना इतिहास देख लीजिए। जब हम सत्ता में थे तो एक बार चुनाव में 51 और दूसरी बार 21 सीटें आई।
पायलट बोले- पार्टी के लिए हम एक
दरअसल, दोनों बार गहलोत के मुख्यमंत्री रहते हुए ही चुनाव हुए थे। हम सरकार रिपीट नहीं करा सके। पायलट ने कहा कि कुछ मुद्दों पर राय अलग हो सकती है लेकिन पार्टी के लिए एक हैं। पायलट ने कहा कि चार महीने में राज्य की भाजपा सरकार ने जनता पर कोई छाप नहीं छोड़ी है। लोकसभा चुनाव में हमारे भाजपा से अच्छे उम्मीदवार थे।
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