स्वर्णिम भारत न्यूज़ संवाददाता, बटाला। Punjab Crime News:बटाला के कस्बा घुमान के गांव बरियार में एक एक वंचित महिला के अंतिम संस्कार को लेकर दो गुटों में लड़ाई हो गई। महिला का अंतिम संस्कार को गांव के दबंगों ने अपने श्मशान घाट में करने से रोक दिया। जिसे लेकर दोनों गुट आमने-सामने हो गए और पता चलते ही डीएसपी श्री हरगोबिंदपुर और तहसीलदार भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और मामले को संभाला।
दोनों वर्गों में छिड़ा विवाद
जानकारी के अनुसार गांव बरियार की वंचित महिला हरबंस कौर पत्नी सुच्चा सिंह की मौत हो गई थी। रविवार को जब मृतक महिला हरबंस कौर का संस्कार करने के लिए परिजन गांव में ही बने श्मशान घाट में लेकर गए तो गांव के दबंग लोगों ने महिला का संस्कार श्मशान घाट में करने से रोक दिया और गांव के दूसरे श्मशान घाट में ले जाने को कहा। जिसके बाद मामला गरमा गया और गांव में वंचित और समान्य वर्ग के लोग आमने-सामने खड़े हो गए।
प्रशासन ने शांत कराया मामला
मामला गरमाने की सूचना मिलने के तुरंत बाद तहसीलदार अर्चना शार्म, डीएसपी श्री हरगोबिंदपुर राजेश कक्कड़ भारी पुलिस बल के साथ पहुंच गए। इस दौरान समान्य वर्ग के लोगों ने कहा कि गांव में दो शमशन घाट हैं जिसमें एक समान्य वर्ग और दूसरा वंचित वर्ग भाईचारे का श्मशान घाट है। इसलिए महिला का संस्कार वंचितों के श्मशान घाट में ही करना चाहिए।
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सरपंच बलविंदर कौर ने बताया पूरा मामला
जबकि इस दौरान गांव की सरपंच बलविंदर कौर ने कहा कि दूसरे श्मशान घाट के रास्ते में हड्डा रोड़ी है। जहां पर खुंखार कुत्ते हर समय रहते हैं। इसलिए महिला का संस्कार करने के लिए यहां पर लेकर आए हैं। काफी ज्यादा गर्मा गर्मी के बाद प्रशासन व पुलिस के समझाने के बाद महिला का अंतिम संस्कार सामान्य वर्ग के श्मशान घाट में किया गया।
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डीएसपी श्री हरगोबिंदपुर राजेश कक्ड़ ने बताया कि मामले को सुलझा लिया गया है और महिला का संस्कार भी करवा दिया गया है। इस दौरान पूरे गांव ने फैसला लिया कि आज के बाद गांव में सिर्फ एक ही श्मशान घाट होगा और दूसरे श्मशान घाट को पार्क में बदला जाएगा।
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