पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पीएम मोदी को तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री की शपथ लेने के लिए एक्स पर बधाई दी. पीएम मोदी ने भी उन्हें इसके लिए शुक्रिया कहा. इसके बाद शहबाज के बड़े भाई और पूर्व पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ ने भी पीएम मोदी को बधाई दी. प्रधानमंत्री मोदी ने नवाज के ट्वीट पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी. लेकिन इससे पहले की सोशल मीडिया एक्सचेंज से दोनों देशों के बीच रिश्तों में बेहतरी की कोई उम्मीद पाली जाती पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने
रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक चैनल के कार्यक्रम में बोलते हुए कहा, 'मोदी को भारतीय प्रधानमंत्री बनने पर बधाई देना महज एक कूटनीतिक मजबूरी है.' सोमवार को जियो न्यूज के कार्यक्रम कैपिटल टॉक में बोलते हुए उन्होंने यह बयान दिया.
रिपोर्ट के मुताबिक आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान ने पाकिस्तान ने मोदी को कोई 'मोहब्बत का पैगाम' नहीं भेजा है. उन्होंने इस साल की शुरुआत में प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने वाले शहबाज को मोदी द्वारा भेजी गई बधाई का भी जिक्र किया.
शहबाज और नवाज शरीफ ने दी पीएम मोदी को बधाई बता दें सोमवार को शहबाज शरीफ ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने पर नरेंद्र मोदी को बधाई.’ पीएम मोदी ने शरीफ के बधाई संदेश के जवाब में कहा, ‘शहबाज शरीफ आपकी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद.’
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग (पीएमएल-एन) के प्रमुख नवाज शरीफ की ओर पीएम मोदी को बधाई संदेश दिया गया. नवाज ने एक्स पर लिखा, 'तीसरी बार प्रधानमंत्री का पद संभालने पर मोदी जी को मेरी हार्दिक बधाई. हालिया चुनावों में आपकी पार्टी की सफलता आपके नेतृत्व में लोगों के भरोसे को दर्शाती है.'
पूर्व पाकिस्तानी पीएम ने कहा, ‘आइए हम नफरत को आशा से बदलें और इस अवसर का लाभ उठाते हुए दक्षिण एशिया के दो अरब लोगों का भविष्य संवारें.’
पीएम मोदी ने ‘एक्स’ पर शरीफ के बधाई संदेश के जवाब में कहा, ‘‘शहबाज शरीफ आपकी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद.’
नवाज के बधाई संदेश पर जवाब देते हुए पीएम मोदी ने लिखा, 'आपके संदेश की सराहना करता हूं. भारत के लोग हमेशा शांति, सुरक्षा और प्रगतिशील विचारों के पक्षधर रहे हैं. हमारे लोगों की भलाई और सुरक्षा को आगे बढ़ाना हमेशा हमारी प्राथमिकता रहेगी.'
पिछले कुछ वर्षों दोंनों देशों के बीच तनाव बढ़ा पुलवामा आतंकवादी हमले के जवाब में फरवरी 2019 में भारत के युद्धक विमानों द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर पर बमबारी के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध तनावपूर्ण हो गए थे.
भारत द्वारा पांच अगस्त 2019 को जम्मू एवं कश्मीर का विशेष दर्जा वापस लेने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने की घोषणा के बाद दोनों देशों के संबंधों में और खटास आ गई.
भारत का कहना है कि वह पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी वाले संबंध चाहता है और इस बात पर जोर देता रहा है कि इस तरह के संबंधों के लिए आतंक और शत्रुता से मुक्त माहौल बनाने की जिम्मेदारी इस्लामाबाद की है.
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