प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कर्नाटक में शिवमोगा हवाई अड्डे का उद्घाटन किया। कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले यह प्रधानमंत्री की यहां पांचवीं यात्रा है। इस एयरपोर्ट को लगभग 450 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है। हवाई अड्डे का यात्री टर्मिनल भवन प्रति घंटे 300 यात्रियों को संभाल सकता है। यह मलनाड क्षेत्र में शिवमोग्गा और अन्य पड़ोसी क्षेत्रों के लिए कनेक्टिविटी को बढ़ाएगा।
पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा के 80वें जन्मदिन के अवसर पर एयरपोर्ट का उद्घाटन किया गया है। पहले उनके नाम पर एयरपोर्ट का नाम रखने का प्रस्ताव दिया गया था। हालांकि, उन्होंने प्रस्ताव को खारिज कर दिया था और कुवेम्पु के नाम पर हवाई अड्डे का नामकरण करने की सिफारिश की थी। कुवेम्पू, ज्ञानपीठ पुरस्कार जीतने वाले पहले कन्नड़ लेखक हैं और शिवमोग्गा से हैं। आइए जानते हैं इस एयरपोर्ट की खासियतें-
- शिवमोग्गा हवाई अड्डा 663 एकड़ भूमि पर 449.22 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है। साल 2020 में बीएस येदीयुरप्पा ने इसकी नींव रखी थी।
- हवाई अड्डे का यात्री टर्मिनल भवन प्रति घंटे 300 यात्रियों को संभाल सकता है।
- सरकार के बयान के अनुसार, यह हवाई अड्डा मलनाड क्षेत्र में शिवमोग्गा और अन्य पड़ोसी क्षेत्रों की कनेक्टिविटी को बढ़ाएगा।
- यह कर्नाटक का 9वां घरेलू हवाई अड्डा है। वर्तमान में राज्य के घरेलू हवाई अड्डे बेंगलुरु, मैसूरु, बल्लारी, बीदर, हुबली, कलाबुरगी, बेलगावी और मंगलुरु में स्थित हैं। बेंगलुरु और मंगलुरु हवाई अड्डे राज्य के दो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं।
- केम्पे गौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बाद यह ऐसा एयरपोर्ट है, जिसके पास 3,200 मीटर का सबसे लंबा रनवे है और इसे बोइंग 737 एवं एयरबस ए 320 प्रकार के विमानों को संचालित करने के लिए डिजाइन किया गया है।
- पूर्व सीएम येदियुरप्पा ने कहा कि शिवमोग्गा हवाई अड्डा, बेंगलुरु के बाद कर्नाटक में दूसरा सबसे लंबा रनवे होगा और मलनाड क्षेत्र के लोगों की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करेगा। उन्होंने कहा, “एयरपोर्ट कनेक्टिविटी बढ़ाएगा, पर्यटन को बढ़ावा देगा और मध्य कर्नाटक में विकास को और गति देगा।”
इन परियोजनाओं की भी रखी जाएगी आधारशिला
प्रधानमंत्री शिवमोग्गा में दो रेलवे परियोजनाओं – शिवमोग्गा-शिकारीपुरा-रानेबेन्नूर नई लाइन और कोटेगंगगुरु रेलवे कोचिंग डिपो की आधारशिला भी रखेंगे। नई लाइन को 990 करोड़ की लागत से विकसित किया जाएगा। यह मलनाड क्षेत्र और बेंगलुरु-मुंबई मेनलाइन के बीच बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। शिवमोग्गा शहर में कोचिंग डिपो को 100 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया जाएगा ताकि शिवमोग्गा से नई ट्रेनें शुरू करने में मदद मिल सके। एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, जल जीवन मिशन के तहत 2,500 करोड़ रुपये से अधिक की जल आपूर्ति परियोजनाओं का उद्घाटन करने के लिए प्रधानमंत्री शिवमोगा और बेलगावी जिलों का भी दौरा करेंगे। इससे दोनों जिलों के 13 लाख से अधिक लोग लाभान्वित होंगे।
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