नॉर्थ ईस्ट राज्यों में जबरदस्त वोटिंग, UP-महाराष्ट्र रहे फिसड्डी, जानें दूसरे चरण में कहां पड़े कितने वोट

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लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में शुक्रवार को देशभर की 88 सीटों पर मतदान हुए. लंबे वीकेंड और मौसम का असर दूसरे चरण में वोटिंग पर देखने को मिला. आंकड़े इसकी तस्दीक करते हैं. इस दौरान नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में बंपर वोटिंग देखी गई. वहीं महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में मतदान सुस्त रहा.

चुनाव आयोग की ओर से जारी प्रेस नोट के अनुसार शाम 7 बजे तक 13 राज्यों की 88 सीटों पर औसतन 60.96 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में 75 फीसदी से अधिक वोटिंग हुई. वहीं छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के 102 गांवों में पहली बार लोकसभा के लिए मतदान हुआ.

second phase voting

कहां कितने वोट पड़े?

दूसरे चरण में सबसे ज्यादा असम में 70.68 प्रतिशत, मणिपुर में 77.18 प्रतिशत और त्रिपुरा में 77.97 प्रतिशत मतदान हुआ. वहीं सबसे कम महाराष्ट्र में 53.71 प्रतिशत और उत्तर प्रदेश में 54.85 प्रतिशत वोटिंग हुई.

लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में असम में 70.68 प्रतिशत, बिहार में 54.17 प्रतिशत, छत्तीसगढ़ में 72.51 प्रतिशत, जम्मू और कश्मीर में 67.22 प्रतिशत, कर्नाटक में 64.57 प्रतिशत, केरल में 65.04 प्रतिशत, मध्य प्रदेश में 55.32 प्रतिशत, महाराष्ट्र में 53.71 प्रतिशत, मणिपुर में 77.18 प्रतिशत, राजस्थान में 60.06 प्रतिशत, त्रिपुरा में 77.97 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में 54.85 प्रतिशत और पश्चिम बंगाल में 71.84 प्रतिशत वोटिंग हुई.

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2019 की तुलना में कम हुई वोटिंग

लोकसभा चुनाव के पहले चरण की तरह ही शुक्रवार को हुए दूसरे चरण में भीमतदान 2019 की तुलना में कम ही हुए. दूसरे फेज में 13 राज्यों की सभी 88 सीटों पर वोटिंग हुई. शाम 5 बजे तक उपलब्ध अनंतिम डेटा ने संकेत दिया कि लोकतंत्र के महापर्व में मतदाताओं भागीदारी में व्यापक गिरावट आई है. पिछले लोकसभा चुनाव में, भारत में औसतन लगभग 70 प्रतिशत मतदान हुआ था, लेकिन इस साल के लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में उल्लेखनीय कमी देखी गई. शाम 5 बजे तक केवल 60 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया.

second phase voting

यहां 50 प्रतिशत से कम हुआ मतदान

छह निर्वाचन क्षेत्रों- मध्य प्रदेश में रीवा, बिहार में भागलपुर, उत्तर प्रदेश में मथुरा और गाजियाबाद, और कर्नाटक में बेंगलुरु दक्षिण और सेंट्रल में वोट डालने के लिए 50 प्रतिशत से कम मतदाता मतदान केंद्रों पर आए. राज्य-वार, असम में सभी निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत में आठ प्रतिशत से लेकर 13.9 प्रतिशत तक की कमी देखी गई. बिहार के निर्वाचन क्षेत्रों में 8.23 ​​प्रतिशत से 12 प्रतिशत की गिरावट देखी गई.

सबसे बड़ी गिरावट वडकारा में

छत्तीसगढ़ में तुलनात्मक रूप से मामूली गिरावट देखी गई, जिसमें सबसे मामूली गिरावट केवल 0.86 प्रतिशत थी. कर्नाटक और केरल जैसे राज्यों में भी महत्वपूर्ण गिरावट दर्ज की गई, केरल में दोहरे अंकों में गिरावट देखी गई, जिनमें से सबसे बड़ी गिरावट वडकारा में 18.24 प्रतिशत थी. इसी तरह, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान में मतदान में उल्लेखनीय गिरावट देखी गई, राजस्थान के अजमेर जिले में 14.89 प्रतिशत की उल्लेखनीय गिरावट देखी गई.

त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल सहित अन्य राज्यों ने इस गिरावट की प्रवृत्ति का अनुसरण किया, जिससे पूरे मंडल में चुनावी व्यस्तता में व्यापक कमी की पुष्टि हुई. किसी भी राज्य में मतदान प्रतिशत में वृद्धि नहीं दिखी है, जो कि चुनाव के इस चरण में मतदाताओं की कम भागीदारी की एक राष्ट्रव्यापी प्रवृत्ति को उजागर करता है.

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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